राजद का संविधान और इतिहास

राष्ट्रीय जनता दल (राजद) भारत की एक प्रमुख राजनीतिक पार्टी है, जो मुख्य रूप से बिहार और झारखंड राज्यों में सक्रिय है। इस पार्टी की स्थापना 1997 में लालू प्रसाद यादव ने की थी। राजद का जन्म जनता दल से हुआ, जो खुद 1980 के दशक में विभिन्न जन आंदोलनों और समाजवादी विचारधाराओं के संगम से उपजी थी। राजद का संविधान और उसके मूल सिद्धांत:
समाजवादी विचारधारा: राजद एक समाजवादी पार्टी है जो समाज के हर वर्ग को साथ लेकर चलने की विचारधारा रखती है। सामाजिक न्याय: इस पार्टी का मुख्य लक्ष्य सामाजिक न्याय प्रदान करना है, विशेषकर पिछड़े वर्गों, दलितों, और अल्पसंख्यकों के लिए। लोकतंत्र और धर्मनिरपेक्षता: राजद लोकतंत्रीय मूल्यों और धर्मनिरपेक्षता का प्रबल समर्थक है।

स्थापना: 1997 में लालू प्रसाद यादव ने जनता दल से अलग होकर राजद की स्थापना की।
बिहार में सत्ता: राजद ने 1990 के दशक के अंत में और 2000 के शुरुआती वर्षों में बिहार में सत्ता संभाली।
रेल मंत्री के रूप में लालू प्रसाद यादव: लालू प्रसाद यादव 2004 से 2009 तक भारतीय रेल मंत्री रहे, जहाँ उन्होंने रेलवे को लाभप्रद बनाने के लिए कई महत्वपूर्ण कदम उठाए।
राजनीतिक उतार-चढ़ाव: राजद ने राजनीतिक उतार-चढ़ावों का सामना किया, विशेषकर जब लालू प्रसाद यादव चारा घोटाले में संलिप्त पाए गए।
हाल के वर्षों में प्रदर्शन: राजद ने हाल के वर्षों में चुनावी रणनीति में बदलाव किया है और युवा नेतृत्व को आगे बढ़ाया है।
राजद ने बिहार और झारखंड की राजनीति में एक महत्वपूर्ण भूमिका निभाई है और आज भी इन राज्यों के राजनीतिक परिदृश्य में एक प्रमुख दल के रूप में बना हुआ है। इसके इतिहास और विकास ने भारतीय राजनीति में सामाजिक न्याय और समाजवाद के महत्व को उजागर किया है।

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